बूँद - बूँद शहद सा घोल, घोल गए। बूँद - बूँद शहद सा घोल, घोल गए।
बलिदान और बलात्कार की खबरें जन्म और मृत्यु की खबरें दंगा फसाद की खबरें। बलिदान और बलात्कार की खबरें जन्म और मृत्यु की खबरें दंगा फसाद की खबरें।
वरना इस उम्र में हमने क्यों ऐसा सोचा होगा। हमने क्यों ऐसा सोचा... वरना इस उम्र में हमने क्यों ऐसा सोचा होगा। हमने क्यों ऐसा सोचा...
के किसको बनाने के खातिर हम किसको मिटाना चाहते हैं। के किसको बनाने के खातिर हम किसको मिटाना चाहते हैं।
या वो झूठ जो सच पर लगाकर सीधी चढ़ता गया। या वो झूठ जो सच पर लगाकर सीधी चढ़ता गया।
मैं हूं व्यक्ति कुटुंब अगर यह मेरा होता मेरे सुख दुख में वह भी तो हंसता रोता । मैं हूं व्यक्ति कुटुंब अगर यह मेरा होता मेरे सुख दुख में वह भी तो हंसता रोत...